प्रदेश के गृहमंत्री ने नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के आधार पर खुद बताया कि छत्तीसगढ़ का बलात्कार में 10 वां और अपहरण में 7 वां स्थान है।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में महिला के साथ बलात्कार और उसके बाद निर्मम हत्या ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य घटना के विषय में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री एवं कबीरधाम जिला पंचायत की सभापति भावना बोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में 52 वर्षीय महिला के साथ हुए जघन्य बलात्कार ने एक बार फिर निर्भया केस की दर्दनाक यादें ताज़ा कर दी। जिस प्रकार आरोपी ने पहले महिला के साथ बलात्कार किया और उसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी उसकी जितनी निंदा की जाय वह कम है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जिस प्रकार छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ अन्याय, अत्याचार, हिंसा और अपराध में वृद्धि हो रही है वह चिंतनीय है। राज्य सरकार भी इन बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने में विफल दिख रही है और रोजाना सैकड़ों महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं। कांग्रेस के राज में प्रदेश में बेटियां व महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। प्रतिदिन दुष्कर्म और अपहरण का मामला घटित हो रहा है। यह शर्मनाक बात है कि प्रदेश में 37 महीने में पांच हजार 153 दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। पांच साल की मासूम बेटी भी आरोपितों के हवस का शिकार बन रही है। बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा करने में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है।
भावना बोहरा ने कहा कि दूसरे के घरों में काम करके अपनी आजीविका चलाने वाली 52 वर्षीय महिला के साथ आरोपी ने जिस दरिंदगी के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद महिला के सीने को पैरों से कुचला गया। इससे महिला की सीने और गले की हड्डियां टूट गईं और मौत हो गई। इतनी दरिंदगी करने वाले आरोपी को फंसी की सजा होनी चाहिए। शांति प्रिय छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ जिस प्रकार दिनों-दिन अपराधिक घटनाएँ बाद रहीं हैं वह चिंता का विषय है। पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार भी इन अपराधों पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है जिस वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहें हैं और वे ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहें हैं।
उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा में प्रदेश के गृहमंत्री ने नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के आधार पर खुद बताया कि छत्तीसगढ़ का बलात्कार में 10 वां और अपहरण में 7 वां स्थान है। इसके बावजूद भी राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई कड़े कदम नहीं उठा रही है और महिलाएं लूट, हत्या, बलात्कार व हिंसा की शिकार हो रहीं हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर चुनाव में बड़े-बड़े वादे किये थे लेकिन आज तक उनपर अमल नहीं किया गया जिसके कारण महिलाओं की सुरक्षा पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है। अगर जल्द ही राज्य सरकार महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाती है तो ऐसी अपराधिक घटनाएँ रोजाना बढ़ती रहेंगी और महिलाओं का अपमान होता रहेगा। मैं राज्य सरकार से मांग करती हूँ कि जांजगीर-चांपा में हुई घटना में संलिप्त आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।