बोड़ला :- ग्राम कुसुमघटा में छवि वर्मा के निवास में 25 जनवरी से संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह जारी है। यज्ञ के आज समापन दिवस में भागवताचार्य मेघानंद शास्त्री ने श्रोताओं को व्यासपीठ से भगवान श्री कृष्ण द्वारा अपने पुत्रों, सगे संबंधियों और कुटुंबियों को दिए गए आचार संहिता के बारे में बताया।
कथा सुनने के लिए पहुंची नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सावित्री रामचरण साहू व अन्य।
भगवान श्रीकृष्ण के आचार संहिता के ज्ञान उपदेश देते हुए मेघानंद शास्त्री ने भक्तों को बताया कि इस पृथ्वी में सबसे श्रेष्ठ व दुर्लभ मनुष्य योनि है। इसका सदैव सदुपयोग करना चाहिए। इसे भगवत चरणों मे लगाएं, सदैव मृदुभाषी होते
हुए दान करें। संयमित रहकर धर्म की रक्षा करें। इसी में जीवन का मुक्ति मार्ग है। कथावाचक शास्त्री ने कहा कि हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जाने-अनजाने में किसी का अपमान व परिहास न हो ।
भागवत कथा सुनने क्षेत्र के श्रद्धालुओं के साथ श्रीमती सावित्री रामचरण साहू नगर पंचायत अध्यक्ष बोड़ला भी शामिल हुई।