अकबर ने बोड़ला जनपद पंचायत के छह ग्राम पंचायतों में 1.59 करोड़ रूपए की राशि के 28 सड़क निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन
राज्य के समस्त प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियों में अब कोदो, कुटकी तथा रागी की खरीदी
कवर्धा, 15 जनवरी 2022। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कबीरधाम जिले के आदिवासी एवं बैगा बाहुल बोड़ला विकासखंड के सूदूर वनांचल गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के ध्येय से कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत वनांचल के 34 कार्यो के लिए 2 करोड़ 8 लाख 94 हजार रुपए की सौगात दी है। वन, परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री तथा कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विधानसभा क्षेत्र के जनपद पंचायत बोड़ला अंतर्गत छह ग्राम पंचायतों में लगभग एक करोड़ 59 लाख रूपए की लागत से बनने वाले 28 सड़क निर्माण कार्यो का भूमिपूजन किया। शेष 50 लाख 7 हजार रूपए की लागत से 6 कार्यो का भूमिपूजन 18 जनवरी को भूमिपूजन करेंगे। जिसमें ग्राम लेंजाखार, मण्डलाटोला, रोचन, सरेखा और चिमरा के कार्य शामिल है।
मंत्री अकबर ने भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के मांगों को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बोड़ला जनपद पंचायत क्षेत्रों विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें ग्राम पंचायत पीपरखुंटा में कुल 4 कार्य लागत 16.13 लाख रूपए, ग्राम पंचायत चेंदरादादर में कुल 6 कार्य लागत 22.15 लाख रूपए, ग्राम पंचायत दलदली में कुल 08 कार्य लागत 81.90 लाख रूपए, ग्राम पंचायत लरबक्की में कुल 5 कार्य लागत 17.21 लाख रूपए, ग्राम पंचायत लब्दा में कुल 01 कार्य लागत 12.53 लाख रूपए, ग्राम पंचायत आमानारा में कुल 4 कार्य लागत 8.95 लाख रूपए, ग्राम लेंजाखार में कुल दो कार्यो के लिए 16 लाख 85 हजार रूपए, ग्राम मण्डलाटोला के एक कार्य के लिए 16 लाख 31 हजार रूपए, ग्राम रोचन के 1 कार्य के लिए 4 लाख 37 हजार रूपए, ग्राम सरेखा के 1 कार्य के लिए 8 लाख 15 हजार रूपए और ग्राम पंचायत चिमरा के 1 कार्य के लिए 4 लाख 39 हजार रूपए के कार्य शामिल है।
कैबिनेट मंत्री अकबर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हमारी सरकार द्वारा प्रदेश के अंतिम छोर तक विकास का लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत दूरस्थ वनांचल स्थित गांव-गांव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बोड़ला विकासखंड के ग्राम पंचायत पीपरखुंटा, चेंदरादादर, दलदली, लरबक्की, लब्दा, आमानारा के वनांचल क्षेत्रों में अलग-अलग 28 सड़कों के निर्माण होने से जिले के वनांचल क्षेत्रों में निवासरत बरसों से उपेक्षित बैगा, आदिवासी परिवारों को आवागमन की अच्छी सुविधा मिलेगी। उन्होनें कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार वनांचल में रहने वाले वनवासी, आदिवासी, विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के लोगों को विकास के मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
वन मंत्री अकबर ने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान सरकार के बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के वनांचल में रहने वाले लाखों परिवारों के हित में ठोस फैसला लेते हुए 7 प्रकार के लघु वनोपज के स्थान पर 52 प्रकार के लघु वनोपज खरीदी करने का फैसला लिया। इसी प्रकार महुआ का दर 17 रूपए से बढाकर 30 रूपए किया गया है। तेंदूपत्ता प्रतिमानक बोरा 2500 से बढ़ाकर 4 हजार रूपए किया गया है। इसी प्रकार साल बीज, हर्रा, चिरौंजी, गुठली, जामुनबीज, बेलगुदा, धनईफुल, कुसमी, लाख, गिलोय, चरोटा बीज, वन तुलसी, करंज बीज सहित 52 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी अब प्रदेश में हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर वनोपज की खरीदी होने पर वनांचल में रहने वाले लाखों परिवारों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा है कि वनांचल में रहने वाले लोगों को खेती किसानी से जोड़ने के लिए अनेक कार्य योजना बनाई गई है। अब छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोदा-कुटकी और रागी का भी समर्थन मूल्य पर समस्त प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति के माध्यम से खरीदी की जा रही है।
वन मंत्री अकबर ने विडियो कांन्फ्रेसिंग में उपस्थित जनप्रतिनिधियों से और वनांचल के लोगों से सीधा संवाद कर उनका हाल-चाल भी जाना। कार्यक्रम में पिताम्बर वर्मा, बोड़ला जनपद अध्यक्ष अमीता प्रभाती मरकाम, उपाध्यक्ष सनत जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य मुखीराम मरकाम, जनपद सदस्य नरबदिया बाई मेरावी, रजवंतिन बाई धु्रर्वे, राजेश मेरावी, सरपंच ग्राम पंचायत पीपरखुंटा प्रभा यादव, सरपंच ग्राम पंचायत चेदरादादर बहादुर सिंह कुंजाम, सरपंच ग्राम पंचायत दलदली हीरामणी ग्वाला, उपसरपंच ग्राम पंचायत लरबक्की सोनबती बाई धु्रर्वे, सरपंच ग्राम लब्दा मदन सिंह, सरपंच ग्राम पंचायत आमानारा के सरपंच पार्वती टेकाम सहित अन्य जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित थे।