नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण की बेकाबू रफ्तार पर कुछ ब्रेक लगा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना के 3,68,147 नए केस सामने आए हैं. वहीं इसी दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से 3,417 लोगों की मौत हो गई.
कुल केस: 1,99,25,604
रिकवरी : 16,29,3003
डेथ टोल: 2,18,959
एक्टिव केस: 34,13,642
एक मई को 4 लाख के पार हुआ था आंकड़ा
भारत में कोरोना की सुनामी का खौफनाक मंजर सामने आ चुका है. 1 मई को आए आंकड़ों में 401,993 नए कोरोना केस आए और 3523 संक्रमितों की मौत होने की पुष्टि हुई थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में कुल 69,36,034 नए केस दर्ज किए गए थे. ये आंकड़ा पिछले साल के उन तीन महीनों के कुल आंकड़े से भी ज्यादा है, जब कोरोना का खौफ सबसे ज्यादा था. अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2020 में कुल 64.9 लाख मामले सामने आए थे. इसके अलावा, अप्रैल में कोरोना से होने वाली मौतों की रफ्तार भी काफी ज्यादा रही.
2 मई का कोरोना बुलेटिन
देश में 2 मई को आए आंकड़े के मुताबिक 3,92,488 नए कोरोना केस देखने को मिले थे. इसी के साथ तब 24 घंटे में रिकॉर्ड 3,689 मरीजों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,15,542 हो गई थी. गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों से लॉकडाउन पर विचार करने की बात कही है.
अदालत ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए. कोर्ट ने कहा कि वह लॉकडाउन के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव से परिचित है, खासतौर पर गरीबों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ता है. इसलिए यदि लॉकडाउन लगाए जाने की आवश्यकता है, तो सरकार को गरीबों की जरूरतों को पूरा करने की व्यवस्था पहले करनी चाहिए.
राज्यों ने बढ़ाई सख्ती
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में लॉकडाउन (Lockdown) बढ़ाया जा चुका है. वहीं, ओडिशा सरकार भी राज्य में 5 मई से 14 दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर चुकी है. बीते रविवार को हरियाणा सरकार ने भी आज यानी तीन मई से पूरे राज्य में सात दिन का लॉकडाउन लागू करने का ऐलान किया था.