कवर्धा । 24 सितंबर 2020। जिले के बच्चों में कृमि मुक्ति हेतु 23 सितंबर से 30 सितंबर तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं एवं मितानीन के द्वारा घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष के बच्चों को अल्बेण्डाजाल की गोली खिलाई जा रही है। कार्यक्रम की शुरूवात 23 सितंबर को की गई। जिले की सभी नौ परियोजनाओं के 1685 आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ता, सहायिकाओं एवं मितानिनों के द्वारा घर-घर पहुंच कर कृमि की गोलियां खिलाई जा रही है।
कृमि के कारण शरीर भोजन के सभी पोषण तत्वों को अवशोषित नही कर पाता वरन् पोषक तत्वों को कृमि के व्दारा अवशोषित कर लिया जाता है, जिससे की बच्चा कुपोषित एवं कमजोर हो जाता है। इसके निवारण के लिए प्रत्येक छह माह में कृमि मुक्ति अभियान के तहत् एल्बेण्डाजाल की गोलिया खिलाई जाती है। सोशल मिडिया एवं वेबिनार के माध्यम से गोलियों के सेवन कि विधि एवं आवश्यक सावधानियों के संबंध में निर्देश प्रसारित किए गए है, साथ ही प्रशिक्षण भी दिए गए है। जिले की सभी 09 परियोजनाओं के 1685 आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ता, सहायिकाओं एवं मितानिनों के द्वारा घर-घर पहुंच कर कृमि की गोलियां खिलाई जा रही है। एक वर्ष से दो वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली पीसकर, दो से ती वर्ष के बच्चों को एक गोली पीसकर व इससे अधिक आयु के बच्चों को एक गोली चबाकर खिलाया जाना है। टेबलेट खिलाने के बाद उल्टी या कुछ समस्या आने पर अथवा स्वास्थ्य खराब होने पर 108 को फोन करने सूचित किया जा सकता है। जिलें में कृमि मुक्ति हेतु सभी एक से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि की दवाएं खिलाने का लक्ष्य है।