दान के धर्मशाला का ट्रस्ट बनना चाहिए |
पंडरिया के वार्ड नं. 07 में विगत 2 माह से चल रहे विवादित निर्माण पर स्थानीय प्रशासन ने रोक लगा दी है, ज्ञात हो कि आवेदक के अनुसार पूर्व में इस जगह पर धर्मशाला संचालित था, जिसका उपयोग जैन समाज के द्वारा व अन्य लोगो के द्वारा सार्वजनिक तौर पर किया जाता रहा है, जिसे छेत्र के बडे दानवीर कहे जाने वाले स्व. सहसमल जैन के सर्वसमाज के हित में दान दि थी, जिस कारण से इस भवन पर नगरीय प्रशासन के द्वारा सभी तरह के टेक्स में छुट दी गई थी,
आवेदक का आरोप है कि 2 साल पहले धर्मशाला भवन को स्व. सहसमल जैन के दत्तकपुत्र शांतिलाल ने बिना किसी उचित अनुमति के तोड़वा दिया व अब उस पर व्यवसायिक निर्माण करवा रहा है, जिससे जैन समाज व आमजन का हित प्रभावित होगा।
मामले की गम्भीरता को देखते हुवे स्थानिय प्रशासन ने इस निर्माण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है, व अगले आदेश तक किसी भी तरह का निर्माण न करने की हिदायत शांतिलाल जैन को दी है।