नई दिल्ली. अगर आप भी एंड्राॅयड स्मार्टफोन यूजर्स हैं तो आपके लिए यह खबर बहुत जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि आपके स्मार्टफोन पर बहुत बड़ा खतरा मंडरा रहा है. अगर आपने इस खतरे को इग्नोर किया तो न केवल आपके स्मार्टफोन में स्टोर डेटा चोरी हो सकता है बल्कि आपकी जासूसी भी हो सकती है.
Google ने एंड्राॅयड यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी कर कहा है कि एक स्पाइवेयर के जरिए साइबर क्रिमिनल स्मार्टफोन यूजर्स की जासूसी करने और डेटा चुराने की फिराक में हैं. गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप ने एक स्पाइवेयर का पता लगाया है. इस स्पाइवेयर को PREDATOR नाम दिया गया है. गूगल का कहना है कि यह स्पाइवेयर काफी खतरनाक है और इससे यूजर्स को बड़ा खतरा है.
कैसे काम करता है यह
मनीकंट्रोल डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल का कहना है कि स्पाइवेयर PREDATOR को एक ई-मेल के जरिए यूजर्स को भेजा जा रहा है. इस स्पाइवेयर को एक कमर्शियल इंटिटी कंपनी Cytrox ने बनाया है. कंपनी का हेडक्वार्टर नार्थ मेसिडोनिया (Macedonia) में है. इसमें एक वन-टाइम लिंक है, जिसे URL शॉर्टनर के जरिए इंबेड किया गया है. जैसे ही यूजर्स इस लिंक पर क्लिक करता है तो उसे एक डोमेन पर रिडायरेक्ट कर दिया जाता है. यह ALIEN नाम से स्पाइवेयर को यूजर के स्मार्टफोन में डिलीवर कर देता है.
रिसर्चर्स का कहना है कि यह स्पाइवेयर मल्टीपल प्रिविलेज्ड प्रोसेसर के भीतर होता है. एक बार यह यूजर्स के डिवाइस में एंट्री करने के बाद कई तरह के IPC कमांड दे सकता है. यह ऑडियो रिकॉर्ड कर सकता है और इसे बाहर भेज सकता है. यही नहीं यह स्पाइवेयर CA सर्टिफिकेट जोड़ने और ऐप्स को हाइड भी कर सकता है.
सावधान रहें
साइबर क्रिमिनल आजकल डेटा चुराने और किसी की जासूसी करने की हर समय में फिराक में रहते हैं. इसलिए आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए. किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा किसी भी तरह के लिंक पर क्लिक न करें. यही नहीं अपने फोन में जो भी एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं, उसे सुरक्षित प्लेटफार्म से ही डाउनलोड करें. सीधे किसी वेबसाइट से कभी कोई ऐप डाउनलोड न करें.