रायपुर : इस वर्ष बसंत पंचमी का त्यौहार 9 फरवरी को आने वाला है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में मां सरस्वती को विद्या और बुद्धि की देवी माना गया है।इसी दिन हुआ था मां सरस्वती का जन्म हुआ था, इस कारण बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चन से विद्या की देवी की विशेष कृपा मिलती है। छात्र इस दिन अपनी किताब-कॉपी और कलम की भी पूजा करते हैं।
मान्यताओं के अुसार इस दिन कई लोग अपने शिशुओं को पहला अक्षर लिखना सिखाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन को लिखने पढ़ने का सबसे उत्तम दिन माना जाता है।
बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त
बसंत पंचमी पूजा मुहूर्त: सुबह 6.40 बजे से दोपहर 12.12 बजे तक
पंचमी तिथि प्रारंभ: मघ शुक्ल पंचमी शनिवार 9 फरवरी की दोपहर 12.25 बजे से शुरू
पंचमी तिथि समाप्त: रविवार 10 फरवरी को दोपहर 2.08 बजे तक
पीले रंग का है खास महत्व
बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का खास महत्व है। दरअसल, बसंत ऋतु में सरसों की फसल की वजह से धरती पीली नजर आती है। इसे ध्यान में रखकर इस दिन लोग पीले रंग के कपड़े पहनकर बसंत पंचमी का स्वागत करते हैं। इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जो यह संदेश देता है कि हमें सूर्य की तरह गंभीर और प्रखर बनना चाहिए। बसंत पंचमी के दिन सिर्फ कपड़े ही नहीं बल्कि खाने में भी पीले रंग की चीजें बनायी जाती हैं। और माता सरस्वती को पीले रंग के वस्त्र आदि पहनाकर उनकी पूजन अर्चन किया जाता है। बसंत पंचमी के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करना अनिवार्य है। इस दौरान सरस्वती स्तोत्रम का पाठ किया जाता है।