अपने चाहते ठेकेदार को बिना टेंडर, बिना वर्कऑर्डर के दिया गया कार्य
पंजीयक सहकारी संस्था छत्तीसगढ़ शासन से ऑफिस रिनिवेट के लिए लिया गया क्या पर्मिशन
भण्डार क्रय अधिनियम का किया जा रहा है खुला उल्लंघन
50 हजार तक के कोटेशन मे कार्य कराया जा सकता है, कारखाना महाप्रबंधक के द्वारा टेंडर क्यों नहीं बुलाया गया
कवर्धा छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत प्रोमद जोगी के द्वारा प्रदेश का पहला कारखाना भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना कवर्धा मे खोला गया है जिसका उदघाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के द्वारा किया गया था इस कारखाना को खुले 19 साल हो गया है जब से कारखाना खुला है आज दिनाँक तक कोई भी महाप्रबंधक अपने लिये नया ऑफिस नही बनवाये है कारखाना मे आते ही नए महाप्रबंधक प्रशासन के द्वारा अपने ऑफिस को साज धज के तैयार करके ऑफिस में बैठना चालू किया गया है जिसमे लगभग 7 लाख रु खर्च आया है इसका टेंडर भी नही किया गया है, एवं अपने चाहते लोगो को कार्य दिया जा रहा है अगर यही स्थिति रही तो कारखाना की स्थिति दिन पर दिन बत्तर होते जा रही है यह भ्रस्टाचार का आलम है सहकारिता विभाग मे कोई सुनने वाला भी नही है किसानों के पैसा को खुले आम दोहन कर रहे है जिले की पहली ऑफिस है इस ऑफिस में ऐसी क्या खासियत है इसको तो विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ही बता पायेगे।