रायपुर 22 सितंबर 2020 कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर रायपुर में 7 दिन के लिए टोटल लॉकडाउन लागू कर दिया है। छह माह में चौथी बार है, जब राजधानी की सड़कें और बाजार बंद हैं। हालांकि इस बार पहले से ज्यादा सख्ती है। सरकार ने शराब की दुकानों को भी बंद रखने के आदेश दिए हैं। जिले की सीमाएं इस बार सील हैं और जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है।
रायपुर में सोमवार रात 9 बजे से ही सब बंद करा दिया गया है। सुबह 5 बजे से सड़कों पर पुलिस तैनात है। डेयरी और दूध वालों को सुबह 6 से 8 बजे तक की छूट दी गई थी। इसके बाद पुलिस की सख्ती शुरू हो गई है। हर आने-जाने वालों से पूछताछ की जा रही है। उनके आई-कार्ड चेक हो रहे हैं। जिले में 28 सितंबर तक लॉकडाउन किया गया है।
दोस्त के घर और मूर्ति विसर्जन तक का बहाना
पुलिस की सख्ती और तमाम निर्देशों के बावजूद लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। सुबह-सुबह का समय है, लोगों की आवाजाही कम है। फिर भी ऐसे लोग बहुत निकल रहे हैं, जिनके पास ढेरों बहाने हैं। वे अब भी बिना किसी कारण से सड़कों पर निकल रहे हैं। किसी के पास मूर्ति का विसर्जन करने तो किसी के पास दोस्त के घर जाने का बहाना है।
कई तो घूमकर माहौल देखने के लिए निकले शहर में
कालीबाड़ी चौक पर तैनात पुलिसकर्मी बताते हैं कि कई लोग घूमकर और माहौल देखने के लिए निकल रहे हैं। कोई कहता है कि कुत्ता काटा है। कोई अस्पताल जाने की बात तो कह रहा है, लेकिन जा किसी और रास्ते पर रहा है। पुलिसकर्मी हंसते हुए कहते हैं कि कई तो अब भी ऐसे आ रहे हैं जो यह कह रहे कि उन्हें पता ही नहीं है कि लॉकडाउन लगा है।
मुख्य मार्गों पर सख्ती, लेकिन मोहल्लों में वही स्थिति
पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और सख्ती पहले की ही तरह मुख्य मार्गों पर है। हालांकि शहर के गली-मोहल्लों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। लोग पहले की ही तरह बाइक और पैदल बाहर घूम रहे हैं। सबसे ज्यादा इसमें युवा हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद भी वह समझना नहीं चाहते।