जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने की जनता से अपील दवाइयों के सही डोज को अपनाकर अपना और अपनों का खयाल रखें।
कवर्धा। 21 सितम्बर 2020 कोरोना संक्रमित अथवा सम्पर्क में आने वाले लोगों के लिए राज्य शासन ने दवाओं का विवरण जारी कर दिया है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति, उनके सम्पर्क में आने वाले लोग व इनकी देखभाल करने वाले लोग अपनी सुरक्षा के लिए चिकित्सकीय सलाह उपरांत दवाइयां खा सकते हैं। जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने आम जन से अपील किया है कि सही समय पर ,सही डोज में दवा का सेवन कोरोना संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकता है, इसलिए आवश्यकतानुरूप चिकित्सकीय परामर्श लेकर दवा का सेवन अवश्य करें।
हल्के लक्षण अथवा लक्षण रहित वयस्क कोरोना मरीजों के लिए दवाइयों के सम्बंध में सीएमएचओ डॉ सुरेश कुमार तिवारी ने बताया कि
1 – प्रथम दिवस टेबलेट क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम अथवा हाईड्रोक्लोरोक्वीन 400 मिलीग्राम की एक गोली दोपहर एवं एक गोली रात में भोजन उपरांत वयस्क व्यक्ति व 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्ति द्वारा ली जानी है।
2 – आगामी चार दिनों तक क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम अथवा हैड्रोक्लोरोक्वीन 400 मिलीग्राम दिन में एक बार भोजन के उपरांत लेना है।
3 टेबलेट जिंक सल्फेट 20 एमजी की गोली सुबह एवं रात भोजन उपरांत 10 दिनों तक लेना है।
4 विटामिन सी 500 मिलीग्राम की एक गोली सुबह एक गोली शाम 10 दिनों तक के लिए ली जानी है।
सीएमएचओ डॉ तिवारी ने बताया कि कोरोना मरीज के प्राइमरी सम्पर्क एवं हाई रिस्क वाले 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सदस्यों के लिए प्रोफैलेक्टिक डोज* निम्न प्रकार से होंगे-
1 – प्रथम दिवस क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम अथवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन 400 एमजी की एक-एक गोली दोपहर एवं रात में भोजन उपरांत।
2 – लक्षण नही आने पर क्लोरोरोक्वीन 500 मिलीग्राम अथवा हैड्रोक्लोरोक्वीन 400 मिलीग्राम साप्ताहिक गोली सप्ताह में एक बार भोजन के पश्चात 3 सप्ताह तक लिया जाना सुनिश्चित करें।
3- विटामिन सी 500 मिलीग्राम की सुबह एक गोली तथा शाम को एक गोली 10 दिनों तक ली जानी है।
4 – टेबलेट जिंक सल्फेट 20 मिलीग्राम की गोली दिन में 2 बार 10 दिनों तक के लिए ली जानी है।
इसके अलावा कोविड मरीज के प्राइमरी कॉंटेक्ट में आने वाले व्यक्ति तत्काल अपनी कोरोना जांच कराएं व अपने आप को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाईन में रखें। उच्च जोखिम वर्ग जैसे 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में आने वाले, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप(बीपी), कैंसर, किडनी रोग, सिकल सेल रोग, एचआईव्ही संक्रमित , गर्भवती महिलाएं इत्यादि लोग विशेष सावधानी बरतें व अपना कोरोना टेस्ट अवश्य कराएं।
कोरोना रोकथाम हेतु स्वास्थ्य एवं अन्य अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं
कोरोना से बचाव के लिए दवाइयां निम्नानुसार ग्रहण करें-
1 – प्रथमदिवस क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम/ हैड्रोक्लोरोक्लोरोक्वीन 400 मिलीग्राम दोपहर एवं रात भोजन के पश्चात।
2 इसके बाद अगले सप्ताह क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम/ हैड्रोक्लोरोक्वीन 400 मिलीग्राम 3 सप्ताह तक एक बार भोजन के पश्चात।
3 – विटामिन सी 500 मिलीग्राम की एक गोली सुबह एक शाम आगामी 10 दिनों तक भोजन उपरांत।
4- टेबलेट जिंक सल्फेट 20 मिलीग्राम की गोली सुबह-शाम भोजन उपरांत 10 दिनों तक।
डॉ तिवारी ने बताया कि 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को यदि कोरोना का संक्रमण होता है तो
1 से 5 साल तक के बच्चों के लिए
1- क्लोरोक्वीन सीरप 5 मिलीलीटर सुबह-शाम भोजन के बाद (10 दिन)
2- जिंक 5 एमएल दिन में एक बार भोजन के बाद (10 दिनों तक)
3 मल्टीविटामिन- 2.5 एमएल दिन में एक बार भोजन के बाद ( 10 दिनों तक)।
6 से 10 साल तक के बच्चों के लिए
1- क्लोरोक्वीन 7 एनएल सुबह-शाम भोजन के बाद 5 दिनों तक।
2- जिंक- 5 एमएल दिन में एक बार भोजन के बाद 10 दिनों तक।
3- मल्टीविटामिन 5 एमएल दिन में एक बार भोजन के बाद 10 दिनों तक।
11 से 14 साल के बच्चों के लिए
1- क्लोरोक्वीन फास्फेट 250 एमजी सुबह-शाम आधा गोली भोजन के बाद 10 दिनों तक। (30 किलो या इससे अधिक वजन होने पर 1 गोली दे सकते हैं।)
2- जिंक 20 एम जी दिन में एक बार एक गोली भोजन के बाद 10 दिनों तक।
3- विटामिन सी 500 एमजी दिन में एक बार एक गोली भोजन के बाद 10 दिनों तक।
4- ओमेप्राजोल 20 एमजी खाली पेट सुबह एक गोली 5 दिनों तक।
सीएमएचओ डॉ तिवारी ने कहा कि उक्त दवाओं के सेवन के साथ ही साथ सभी आयु वर्ग को आईशोलेट रहना आवश्यक है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे- दाल, चना , राजमा, पनीर, सोया, अंडा, दूध, गुड़, सूखा मेवा व अन्य दलहन आदि को रोजाना की भोजन में शामिल करें। भरपूर पानी पीएं। पर्याप्त आराम व नींद बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि गर्म तरल पदार्थ जैसे- सूप,काढा, गर्म हल्दी-दूध, गर्म चाय, कॉफी, ग्रीन टी एवं कॉपी आदि का पीने से काफी राहत मिल सकता है। कोरोना मरीजों उनके सम्पर्क में आने वालों को प्रतिदिन अपना ऑक्सीजन (एसपीओ) तथा शरीर के तापमान को दो बार अवश्य चेक करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वयस्कों में शरीर का मानक तापमान 37 डिग्री सेल्सियस (98.6 डिग्री एफ) है। बच्चों के शरीर का तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस (97.5 डिग्री एफ) है। इसी प्रकार 94 या इससे अधिक ऑक्सीजन लेबल सामान्य माना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन योगा, व्यायाम, ध्यान, वॉक आदि गतिविधियां करने से रोगी को स्वस्थ होने व निरोगी को अपनी इम्युनिटी बढाने में मदद मिलती है।