कवर्धा – जिले के सभी देवी मंदिरों में आज पंचमी पर सुबह से ही विशेष आरती तथा पूजन हुआ। कवर्धा के प्रसिद्ध मंदिर मां विंध्यवासिनी मंदिर, सिद्वपीठ राजराजेश्वरी मां काली मंदिर, मां महामाया मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही रही। मंदिर में व्रतधारी महिलाओं तथा युवतियों की भीड़ अधिक रही। माता के श्रंृगार के बाद आरती हुआ। पंचमी में माता की आरती पश्चात विशेष भोग में पंच मेवा, पंच भोग लगाया गया। मां विंध्यवासिनी मंदिर मे आज के दिन माता का श्रृंगार विशेष होता है। माता को लाल गुलाबी साड़ी व लाल रंग की चुनरी के साथ सोलह श्रृंगार किया गया। मुकुट, स्वर्ण हार, नथ, नयन, कमर में करधन व पैरों में पायल पहनाकर माता का श्रृंगार किया गया। जो नवरात्रि में नौ दिन उपवास नहीं रखते वे लोग प्रथम, पंचमी तथा अष्टमी का उपवास रखते हंै। धर्म ग्रंथो में तीन दिनों के महत्व को नौ दिनों के उपवास के बराबर माना गया है। सुबह आरती पश्चात जस गायन व पाठ हुआ। अंबेडकर चैक स्थित मां महामाया मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ माता का श्रृंगार किया। लाल वस्त्र धारण कर आकर्षक आभूषणों से श्रृंगार किए। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति के सदस्यों को पंचमी के दिन विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई। मां चंडी, परमेश्वरी, सिंहवाहिनी, सतबहिनिया मंदिर, दुर्गा मंदिर राजमहल चैक तथा शीतला मंदिर में भी पंचमी पर विशेष आरती एवं श्रृंगार किया गया था। पंडरिया,सहसपुर लोहारा,गौरमाटी,पिपरिया,पोडी,बोड़ला,पांडातराई,कुकदूर,चिल्फी सहित सभी गांव कस्बो के माता देवालय मे आज श्रद्धालुओ की भीड़ है।
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