जिला प्रशासन व कारखाना प्रबंधन गंभीर नहीं
कवर्धा – भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के कुप्रबंधन के चलते किसानो को गन्ना पर्ची नही मिल पा रहा है जिससे किसानो को अपने फसल को बेचने मे परेशानी हो रही है। कारखाना द्वारा किसान को महिने मे सिर्फ एक पर्ची दी जा रही है जिससे बड़े किसान परेशान है। नगदी फसल के रूप मे माने जाने वाली गन्ना की उचित दाम व शक्कर कारखाना के बदइंतजामी के चलते गन्ना खरीदी नही हो पा रहा है इससे पूरे जिले के गन्ना उत्पादक किसान हैरान ,परेशान है गन्ना खरीदी की समस्या को लेकर अपने चेहरे में चिंता की लकीर लिये शक्कर प्रबंधन के अधिकारी कर्मचारी सहित कारखाना मुख्यालय तक अपनी गुहार लेकर पहुंच रहे है।
गन्ना उत्पादक किसान चिलचिलाती हुई 40 डिग्री धूप में अपने गन्ने की समस्या को लेकर खासे परेशान है। गन्ने उत्पादक किसानो के गन्ने की खडी फसल बरबाद ना हो चिंता की लकीर किसानो के चेहरे पर देखा जा सकता है भोरमदेव शक्कर कारखाना जिसकी पेराई क्षमता से अधिक क्षेत्र के किसान बडे पैमाने पर गन्ना की खेती करते है जिले में गुड फैक्ट्रियो की संख्या लगभग 200 है अप्रैल महीने में गुड फैक्ट्रियो की संख्या गर्मी के चलते लगभग आधी रह गयी है इन गुड फैक्ट्रियो में किसानो के खून पसीने की कमाई का सही मूल्य नही मिल पाने से बेहद ही चिंता जनक है।
गुड फैक्ट्रियां किसान के गन्ने को औने-पौने दामों में मापतौल के लिए लगाये गये कांटे में भारी भरकम अनियमितता कर किसानो का शोषण कर रहे है वहीं कारखाना में बिक्री के लिए गन्ना पर्ची के लिए किसान चक्कर काट रहे है।
इस वर्ष गन्ने की उत्पादन में काफी वृद्धि रही इस मौसम मे भी किसान अपने खेतो में गन्ना लगा रहे है अभी से ही सरकार और जिला प्रशासन किसानो के गन्ना खरीदने के लिए समुचित व्यवस्था बनाना चाहिए।