लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर और चॉपर की बुकिंग में कांग्रेस पिछड़ गई है। कांग्रेस इस बात की कोशिश और मशक्कत कर रही है कि उसे भी अपने प्रमुख नेताओं की रैलियों के लिए हेलीकॉप्टर और चॉपर किराये पर मिल सकें। हालांकि, इसमें कांग्रेस अपनी गलती कतई नहीं मानती कि है उसने प्राइवेट कंपनियों के हेलीकाप्टर और छोटे जहाज की बुकिंग कराने में देर की है।
प्रवक्ता आनंद शर्मा का कहना है कि भाजपा के पास फंड की कमी नहीं है लिहाजा उन्होंने पहले ही चुनावी इंतजाम कर लिया है। उनका कहना है कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए करीब दो सौ हेलीकॉप्टर और छोटे जहाज अभी से बुक कर लिए हैं। लिहाजा उन्हें अपने लिए बुकिंग में दिक्कत आ रही है।
तीन राज्यों में सरकार बनने के बाद भी कांग्रेस फंड को लेकर खुद को बहुत पीछे बता रही है। रणनीतिकार अहमद पटेल को पार्टी का कोषाध्यक्ष बनाने के बाद भी पार्टी उद्योगपतियों को रिझाने में कामयाब नहीं हो पा रही है। शर्मा का कहना है कि पैसों और संसाधन में भाजपा कुबेर है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता से पहले देश के हर हिस्से में जाने अधिक से अधिक कोशिश कर रहे हैं। भाजपा ने पिछले चुनावों में विज्ञापनों पर करीब 4,297 करोड़ रुपए खर्च किए हैं जो किसी मल्टीनेशनल कंपनियों से अधिक हैं। निजी कंपनियों से मिलने वाले चुनावी फंड में भाजपा को 95 फीसदी हिस्सा मिल रहा है।