हमारे लंबित मांगों को पूरा करने हेतु टूल डाउन कर अपने कार्य स्थल पर धरने पर बैठे रहेंगे
कवर्धा – प्रदेश का प्रथम शक्कर कारखाना अजीत प्रमोद जोगी जी मुख्यमंत्री के शासनकाल में स्थापित भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में आज स्थापना वर्ष से लेकर 19 वर्ष हो चुका है जो कि कारखाना संचालन हेतु आवश्यकता पद 350 रिक्त पद को आज तक नहीं भरा गया है वही बता दें कि भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में 350 पद रिक्त होने के बावजूद ठेका श्रमिकों के माध्यम से कार्य लिया जा रहा है फिर भी कारखाना का शक्कर उत्पादन एवं बिजली उत्पादन में कोई कमी नजर अभी तक नहीं आया है साफ-साफ बता दें कि वर्तमान सत्र 2020 .2021 मैं गन्ना की पेराई क्षमता एवं रिकवरी में बढ़ोतरी आई है जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर में भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना का नाम चल रहा है |
भोरमदेव शक्कर कारखाना के समस्त अनियमित कर्मचारी एवं श्रमिको ने अपने मांगों को कई वर्षों से मांग करते आ रहे हैं जो अभी तक कर्मचारियों की मांगे को पूरी नहीं किया गया है , कारखाना खुलने के बाद से आज तक 12 प्रबंध संचालक बदल चुके है उसके बाद भी कारखाना के रिक्त पदों पर भर्ती करने में सफलता हासिल नहीं कर पाए है इसी का भुगतना आज कारखाना में कार्यरत श्रमिकों को बेवजह आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बता दें कि कारखाना के आसपास क्षेत्रों में विभिन्न जिलों से एवं अन्य राज्यों से कारखाना को संचालित करते आ रहे हैं जिसकी अपेक्षाकृत हमारे पारिश्रमिक वेतन बहुत ही दयनीय स्थिति पर निहित हैं जिसमें कारखाना के आदर्श नियम के विपरीत कार्य लिए जा रहे हैं कारखाना के आदर्श नियम को 2005 से अब तक लागू किए हैं जिसको कारखाना प्रबंधन हम श्रमिकों को हवाला देते आ रहे हैं यह हमारे कारखाना नियम में नहीं है कह कर कोई भी मांगों को पूर्ण नहीं किया जाता है इन्हीं सब विषमताओं को देखते हुए आज कारखाना के समस्त अनियमित कर्मचारी एवं श्रमिक अपने सेक्शन का कार्य पूर्ण रूप से बंद कर अपनी मांगों पर अटल रहेंगे जब तक हमारी मांग पूर्ण नहीं होगा तब तक समस्त विभागीय कार्य को बंद रखेंगे इस दौरान किसी भी प्रकार की व्यवधान या समस्या खड़ा होती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी कारखाना प्रसाशन की होगी |
उक्त जानकारी भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना श्रमिक कल्याण संघ के अध्यक्ष रामचरण लांझी राम्हेपुर कवर्धा छ. ग. के द्वारा दिया गया है |