2 हजार 955 कृषकों का 1 हजार 425 हेक्टेयर धान के रकबा का संशोधन किया, किसानों को मिला लाभ
कवर्धा | 30 जनवरी 2021। राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणप वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की निर्धारित समय पर कबीरधाम जिले के 94 धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से इस वर्ष शांति पूर्ण और बिना किसी अन्य अवरोध के धान खरीदी पूरी कर ली गई है। निर्धारित समयावधि में जिले में पंजीकृत धान के रकबा के अनुपात में 98.75 प्रतिशत कृषकों के द्वारा अपने शत-प्रतिशत पंजीकृत रकबे का धान विक्रय किया गया है। कुल पंजीकृत कृषकों में से 95.22 प्रतिशत कृषकों ने इस वर्ष अपने धान का विक्रय किया है। इस पूरे अवधि में जिले में 95 हजार 929 पंजीकृत कृषकों के 39 लाख 34 हजार 698 क्विंटल धान खरीदा गया है। इस धान के खरीदी के आधार पर जिले के किसानों को 761.89 करोड़ रूपए का भुगतान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से किया जा चुका है।
राज्य शासन के मंशानुसार कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में इस वर्ष जिले के पंजीकृत किसानों से धान खरीदी करने के लिए ढाई एकड़ से कम, और ढाई एकड से पांच एकड़ तक किसान, पांच एकड़ से दस एकड़ वाले किसान, दस से बीस एकड वाले किसान और बीस एकड़ से अधिक वाले जिले के सभी किसानों का अलग-अलग वर्गीकृत कर किसानों से सफलतापूर्ण धान खरीदी की गई।
कलेक्टर शर्मा ने बताया कि कबीरधाम जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान उपार्जन के लिए कुल 1 लाख 433 कृषकों के द्वारा 1 लाख 10 हजार 241 हेक्टेयर भूमि के धान के विक्रय के लिए पंजीयन कराया था। इन पंजीकृत किसानों में से 17 हजार 28 किसानों द्वारा 11 हजार 593 हेक्टेयर भूमि का धान विक्रय के लिए नवीन पंजीयन कराया गया है। किसानों के द्वारा धान पंजीयन के रकबा में त्रुटि होने के संबंध में आवेदन प्राप्त होने पर जिले में कुल 2 हजार 955 कृषकों का 1 हजार 425 हेक्टेयर धान के रकबा का संशोधन किया गया। जिले में कुल 94 खरीदी केन्द्रों के माध्यम से इस वर्ष कुल 95 हजार 929 पंजीकृत कृषकों के 39 लाख 34 हजार 698 क्विंटल धान खरीदा गया है। इस धान के खरीदी के आधार पर जिले के किसानों को 761.89 करोड़ रूपए का भुगतान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से किया जा चुका है। धान क्रय करने का अंतिम 29 जनवरी को 126 कृषकों के द्वारा 3 हजार 520 क्विंटल धान का विक्रय किया गया है। जिले में क्रय किए गए धान की वेरायटी अनुसार मात्रा 9 लाख 26 हजार 372 क्विंटल मोटा धान, 22 लाख 95 हजार 728 क्विंटल पतला धान और 7 लाख 12 हजार 597 क्विंटल सरना धान है।
जिले में पंजीकृत कुल 51 राईस मिलों के द्वारा धान के कस्टम मीलिंग के लिए 11 लाख 15 हजार 410 क्विंटल धान का उठाव उपार्जन केन्द्रों से किया जा चुका है। इसी तरह जिले के दो संग्रहण केन्द्रों में 8 लाख 45 हजार 320 क्विंटल धान का उठाव केन्द्रों से किया जा चुका है। उपार्जित किए गए धान की कस्टम मीलिंग कर नागरिक आपूर्ति निगम में 2 लाख 86 हजार 910 क्विंटल चावल जमा किया जा चुका है।
विगत वर्ष 2019-20 में धान विक्रय के लिए जिले में 85 हजार 474 कृषकों ने 1 लाख 462 हेक्टेयर भूमि का पंजीयन कराया था। जिसमें से 8 हजार 576 कृषकों ने 97 हजार 472 हेक्टेयर भूमि का 33 लाख 70 हजार 550 क्विंटल धान का विक्रय किया गया था।
वर्ष 2020-21 में पंजीकृत कुल 1 लाख 433 कृषकों का कुल पंजीकृत रकबा 1 लाख 10 हजार 241 हेक्टेयर है। जिसमें 2.5 एकड़ तक धान के पंजीकृत रकबा के कृषक 63 हजार 491 जिनका पंजीकृत रकबा 78 हजार 679 एकड़ है। जिसमें से 59 हजार 88 कृषकों ने 77 हजार 375 एकड़ रकबा के 11 लाख 34 हजार 950 क्विंटल धान का विक्रय किया है।
ढाई एकड़ से लेकर 5 एकड़ तक के कृषक 25 हजार 256 पंजीकृत रकबा 89 हजार 120 एकड़ है जिसमें से 24 हजार 964 कृषकों के द्वारा 88 हजार 93 एकड़ भूमि का 12 लाख 85 हजार 860 क्विंटल धान का विक्रय किया है।
पांच एकड़ से अधिक भूमि धारित करने वाले 11 हजार 995 कृषकों के पंजीकृत रकबा 1 लाख 4 हजार 512 एकड़ में से 11 हजार 877 कृषकों द्वारा 1 लाख 3 हजार 625 एकड़ भूमि का 15 लाख 13 हजार 888 क्विंटल धान का विक्रय किया है। इस प्रकार 5 एकड़ तक धान के रकबा वाले लघु और सीमांत कुल पंजीकृत कृषक 88 हजार 747 हैं। जिनमें से 85 हजार 200 कृषकों के द्वारा धान का विक्रय किया गया है जो कुल 96 प्रतिशत होता है। इसी तरह जिले में पंजीकृत धान के रकबा के अनुपात में 98.75 प्रतिशत कृषकों के द्वारा अपने शत-प्रतिशत पंजीकृत रकबे का धान विक्रय किया गया है। कुल पंजीकृत कृषकों में से 95.22 प्रतिशत कृषकों ने इस वर्ष अपने धान का विक्रय किया है।