जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि, पुलवामा की घटना के बाद देश की बदली परिस्थितियों के मद्देनजर हम अपनी पूर्व प्रस्तावित और परमधर्मसंसद 1008 द्वारा उद्घोषित अयोध्या ‘श्री रामजन्मभूमि रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास का कार्यक्रम’ स्थगित करते हैं।
जब उनके प्रमुख शिष्य और सहयोगियों ने स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज, ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद जी, डॉक्टर प्रकाश मिश्र आदि के साथ उन्हें टेलीविजन में पुलवामा घटना और उसके बाद देश की परिस्थितियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया । तब वे शांत हो गए और कुछ देर बाद वाराणसी के जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने भी यही अनुरोध किया तो उन्होंने कहा कि हम देश के साथ हैं ।
अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने पत्र लिखकर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने टेलीफोन कर इसी आशय का अनुरोध किया था।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि यद्यपि राम जन्मभूमि के संदर्भ में हमने जो निर्णय लिया है वह सामयिक और आवश्यक भी है तथापि देश में उत्पन्न हुई इस आकस्मिक परिस्थिति के आलोक में हम यात्रा को कुछ समय स्थगित करने का निर्णय ले रहे हैं ।
हमारे रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास के कार्यक्रम से पूरे राष्ट्र का ध्यान भटक सकता है। हम नहीं चाहेंगे कि हमारा कोई भी कार्यक्रम राष्ट्र हित में व्यवधान डाले। हम सदा से देशवासियों की भावनाओं के साथ रहे हैं । इसलिए हम वर्तमान में अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास का अपना कार्यक्रम कुछ समय के लिए स्थगित कर रहे हैं। अवसर के अनुकूल नया मुहूर्त निकाल कर हम इस कार्यक्रम को भविष्य में पूरा करना चाहेंगे