रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को एक ट्विट करते हुए कहा कि राज्य में अब अंग्रेजों के जमाने में बनाई गई लॉर्ड मेकाले की शिक्षा नीति नहीं चलेगी। स्कूलों में वीआईपी के आगमन पर बच्चों को स्वागत के लिए लाइन लगाकर खड़ा करने की परंपरा का भी उन्होंने विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान पैदा होता है, जो मुझे कतई स्वीकार नहीं है।
उन्होंने अपने ट्विट में लिखा- ‘मैंने निर्णय लिया है कि मेरे स्वागत के लिए स्कूली बधाों को लाइन लगाकर ना खड़ा किया जाएछ बधाों की पढ़ाई में व्यवधान मुझे स्वीकार्य नहीं है। जिसने ऐसा किया उनसे मैं स्वयं बात करूंगा। प्रदेश में लार्ड मैकाले की नीति अब नहीं चलने वाली। छत्तीसगढ़ की धरती पर प्रधानमंत्री जी का स्वागत है।
मुझे खेद है कि आज बजट पेश करने के कारण मैं उनके स्वागत के लिए नहीं जा पाऊंगा। अगर जाता तो उन्हें स्वयं यहां के किसानों से मिलवाता। उम्मीद करता हूं कि वो छत्तीसगढ़ के किसानों से भी मिलेंगे और फर्क खुद महसूस कर पाएंगे।