उतेरा फसलों को बढ़ावा दें-कलेक्टर साप्ताहिक समय सीमा की बैठक सम्पन्न
दन्तेवाड़ा, साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि सभी निर्माण एजेंसी ठेकेदारों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सतत् मॉनिटरिंग करें। फील्ड पर गुणवतापूर्ण कार्यों होते दिखना चाहिए। आज समय-सीमा की बैठक में बिंदुवार सभी विभागों के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की गई। छिन्दनार में बीते दिनों सम्पन्न जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में कुल 1237 आवेदन प्राप्त किए गए थे। जिनमें से सबसे ज्यादा 639 आवेदन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित थे। कलेक्टर सोनी ने आगामी 15 दिवस के भीतर इन आवेदनों का निराकरण किए जाने के निर्देश दिए।
कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर सोनी ने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि जिन बीजों की डिमाण्ड किसान कर रहे हैं, उन्हें वही वैरायटी के बीज उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि यहां पर कृषि पूरी तरह से वर्षा पर आधारित है तथा सिंचाई के सीमीत साधन होने के कारण रबी मौसम में खेत खाली पड़े रहते हैं। अतः उतेरा फसलों को प्रोत्साहित किया जाए। ताकि धान की फसल कटने के बाद खेत में मौजूद नमी का उपयोग अगली फसल के अंकुरण तथा वृद्धि के लिए किया जा सके। उन्होंने उतेरा फसल के लिए अलसी, तिवरा, चना, लघु धान फसलों आदि का चुनाव किए जाने का निर्देश उप संचालक कृषि को दिए।
बैठक में धान उपार्जन केन्द्रों में साफ-सफाई कराने एवं चेक लिस्ट के अनुसार तैयारी प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में बारदानों की उपलब्धता की जानकारी ली। अवगत कराया गया कि जिले में लक्ष्य के अनुरूप बारदाने उपलब्ध है। पीडीएस शॉप से भी बारदाने वापस आ गए हैं। मिलर्स से भी बुलवाए गए है। कलेक्टर सोनी ने चेताया कि बारदाने के विक्रय की कोई सूचना नहीं मिलनी चाहिए। बैठक में पारंपरिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने को लेकर चर्चा की गई। सोनी ने कहा कि किसानों के मध्य ढंेकी का वितरण किया जाना है। जिसे कटेकल्याण ब्लॉक के किसानों को वितरित किया जायेगा। बताया गया कि 90 ढेंकी तैयार कर लाई गई है। जिसे कटेकल्याण के समूह के माध्यम से वितरित किया जायेगा। समय-सीमा की इस बैठक में डोर टू डोर पेंशन वितरण की प्रगति की जानकारी ली गई। स्कूल शिक्षा विभाग के लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि जिले में आस्था गुरूकुल जैसी सुविचार सभी स्कूलों में प्रदाय की जानी हैं। उन्होंने कहा कि सभी पंचायतों के स्कूल, आश्रम, आंगनबाड़ी भवन में रनिंगवाटर शत-प्रतिशत पूर्ण होनी चाहिए।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान जिले में स्वास्थ्य संसाधनों की उपलब्धता की जानकारी ली गई। कलेक्टर ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य संसाधन प्रचुरता से उपलब्ध है। लेकिन संसाधनों की उपलब्धता के बावजूद मरीजों को उसके अनुरूप सुविधाएं नही मिल रही है। उन्होंने जिले में एम्बुलेंस का डिप्लॉयमेंट एडीएम के निर्देशानुसार सुनिश्चित किए जाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए। बैठक में विभिन्न विभागों में मानव संसाधन के नियुक्ति एवं भर्ती के संबंध में पार्दशिता बरते जाने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर सोनी ने कहा कि रिक्रूटमेंट संवेदनशील मामला है। अतः इस पर बिना विलंब पूरी पार्दशिता के कार्यवाही की जाये। उन्होंने जिले में टीकाकरण की स्थिति की भी समीक्षा की और निर्देशित किया कि जिले में प्रथम डोज लगभग 80 प्रतिशत नवम्बर माह के अंत तक पूर्ण होना चाहिए वहीं सेकेण्ड डोज की प्रगति 60 प्रतिशत से ज्यादा नवम्बर तक प्राप्त करें। वन विभागों के कार्यों की धीमी गति पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि जिला वन बाहुल्य क्षेत्र है। जिले वासियों को इसका अपेक्षाकृत लाभ मिलना चाहिए। कलेक्टर सोनी ने मल्टी एक्टीवीटी सेंटर में फोकस किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पैरादान के लिए किसानों को प्रेरित करने को कहा। नगरी क्षेत्रों में वनाधिकार पट्टा वितरण को लेकर वन विभाग को आवश्यक सहयोग किए जाने के निर्देश दिए गए। सोनी ने नगरीय क्षेत्रों में वनाधिकार पट्टा वितरण किए जाने का व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने हेतु सीएमओ को निर्देशित किया।
बैठक में राजस्व अधिकारियों को राजस्व पखवाड़ा की तैयार किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। गौधन न्याय योजनार्न्तगत भूमिहीन कृषकों को लाभांवित किए जाने के उद्देश्य से बढ़ई, लौहार, मोची, पौनी पसरा लगाने वाले आदि अनेक व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी शासन के नियमानुसार लाभांवित करने को कहा। सोनी ने कहा चूंकि इसकी पंजीयन की अंतिम तारीख 30 नवम्बर है। अतः 10 हजार के लक्ष्य के अनुरूप इन्हें लाभांवित किए जाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में लोक सेवा गारंटी अधिनियम जल जीवन मिशन, राजस्व से संबंधित कार्य आदि की भी समीक्षा की गई। अंत में बैठक अंतरविभागीय समंवय के साथ सम्पन्न हुई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा, वनमण्डलाधिकारी संदीप बलगा, अपर कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे, संयुक्त कलेक्टर सुरेन्द्र ठाकुर, एसडीएम अबिनाश मिश्रा एवं जिले के समस्त विभाग प्रमुख उपस्थित थे।