कबीरधाम पुलिस द्वारा नक्सल पुनर्वास नीति के संबंध में चलाये जा रहे प्रचार – प्रसार का हुआ असर।
दो हार्डकोर ईनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण।
कवर्धा – पुलिस महानिदेशक छ.ग. डी.एम. अवस्थी , विशेष पुलिस महानिदेशक विआशा / नक्सल अभियान छ.ग. अशोक जुनेजा , एवं पुलिस महानिरीक्षक , दुर्ग रेंज , दुर्ग विवेकानंद सिन्हा के मार्ग निर्देशन पर जिले में लगातार नक्सल उन्मुलन के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है । जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में हो रहे नक्सल गतिविधियों के मद्देनजर क्षेत्र में निरंतर नक्सल गस्त / सचिंग की कार्यवाही की जा रही है साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शासन की पुनर्वास नीतियों का प्रचार – प्रसार लगातार बैनर , पोस्टर , पाम्पलेट के माध्यम से एवं सामुदायिक पुलिसिंग के कार्यक्रम के दौरान किया जा रहा है । दिनांक 09.05.2021 को विशेष आसूचना शाखा से सूचना प्राप्त हुआ कि जिला बालाघाट . मध्यप्रदेश की सीमा से लगे जंगल क्षेत्र में कुछ संदिग्ध महिला – पुरुष को देखा गया है , जो नक्सली जैसे लग रहे है । सुचना प्राप्त होने बाद तत्काल पुलिस पार्टी संभावित क्षेत्र में रवाना किया गया था । सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस पार्टी को सचिंग के दौरान एक महिला और एक पुरुष जंगल में घुमते हुये मिले जो पुलिस पार्टी को देखकर भागने व छुपने का प्रयास कर रहे थे । उक्त दोनो संदिग्धों को पुलिस पार्टी घेराबंदी का पकड़ा गया , दोनो खाली हाथ थे । दोनो को पकड़कर सुरक्षित स्थान में से आकर पुछताछ करने पर प्रतिबंधित माओवादी संगठन के कानहा – भोरमदेव डिवीजन कमेटी अंतर्गत विस्तार प्लाटून नंबर 02 / भोरमदेव एरिया कमेटी का सक्रिय नक्सली सदस्य होना बताये । जो संगठन के काम से सीमावर्ती क्षेत्र को गाय जाने संगठन से अलग होना बताये । पुछताछ में पुरुष नक्सली अपना नाम दिवाकर उर्फ किशन विस्तार प्लाटून नंबर 02 / मोरमदेव एरिया कमेटी का सचिध होना तथा महिला नक्सली अपना नाम देवे उर्फ लक्ष्मी व संगठन में सदस्य होना बतायी । सामान्य पूछताछ बाद दोनो नक्सलियों को स्वास्थ परीक्षण हेतु जिला मुख्यालय लाकर कोविड -19 परीक्षण कराया गया । दोनो नक्सलियों का कोविड़ पाजीटिव आने पर स्वास्थ लाभ हेतु कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया था । कोविड़ सेंटर से डिस्चार्ज होने बाद दोनों का स्वास्थ ठीक न होने पर जिला अस्पताल कबीरधाम में डॉक्टर से इलाज कराकर होम आइसोलेशन में रखा गया था । दोनो नक्सलियों ने शासन के पुनर्वास नीतियों से प्रभावित होकर मुख्यधारा में जुड़ना चाहा तथा शासन व पुलिस को सहयोग करने तैयार होकर अपने उपचार बाद युलिस को सहयोग करते हुये नक्सलियों के नगदी रफम- 10.00000 / – ( दस लाख ) रूपये , एक नग कुकर बम , जिंदा कारतुस कुल 430 , बारुद मिश्रण करीब 02 कि.ग्रा . , नक्सली साहित्य , वासरलेस सेट , बोकी टाकी , पुराना कीपेड मोबाईल , सोलर प्लेट , कलर प्रिंटर , दवाईयां ( सिरिंज / टेबलेट ) , वर्दी दो जोडा . रेडियों , पीठू बैंग , सिविल कपड़ा , स्टील ड्रम तीन नग , एक पानी टंकी व ड्रम , तिरपाल व अन्य दैनिक उपयोग के राशन सामाग्री बरामद करवाये है । दोनो नक्सलियों द्वारा शासन के मुख्यधारा में जुड़ने आत्मसमर्पण करने पर आज विधिवत आत्मसमपर्ण कराया गया । राज्य शासन द्वारा नक्सलियों के संगठन में पदानुसार ईनाम की घोषित किया गया है जिससे आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली एरिया कमेटी सचिव डीव्हीसी दिवाकर वर्फ किशन के ऊपर छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा 8 लाख रूपये एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा 05 लाख रूपये कुल जुमला 13 लाख रूपये तथा एरिया कमेटी सदस्य देवे उर्फ लक्ष्मी पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 02 लाख रूपये एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा 03 लाख रूपये कुल गुमला 05 लाख रूपये का ईनाम घोषित है । दोनो नक्सली जिले में घटित नक्सल घटनाओं में शामिल रहे है । दोनों के आत्मसमर्पण करने से आपराधिक प्रकरणों के संबंध में पृथक से विधिक कार्यवाही किया जायेगा । नक्सली एरिया कमेटी सचिव- डीव्हीसी दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम एवं एरिया कमेटी सदस्य- देवे उर्फ लक्ष्मी का शासन के मुख्यधारा में जुड़ने हेतु आत्मसमर्पण करने पर दोनो को प्रोत्साहन राशि दिया गया । दोनो नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में जिला पुलिस बल कबीरधाम एवं विशेष आसूचना शाखा का योगदान सराहनीय रहा ।