आवेदन करने वाले निजी अस्पतालों की सूची अनुरूप दी जाएगी अनुमति।
कवर्धा। जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार चौकसी बढ़ाई जा रही है। जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के दिशानिर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल अपनी टीम को लगातार मुस्तैद करते जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक और आशा जनक फैसला करते हुए निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अनुमति प्रदान की जा रही है।
सीएमएचओ डॉ मंडल ने बताया कि फिलहाल स्नेहा हॉस्पिटल, साईं संजीवनी और चन्द्रायन हॉस्पिटल से आवेदन मिला था, जिन्हें कोरोना गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करते हुए कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मौखिक अनुमति दे दी गई है। डॉ मंडल ने बताया कि चन्द्रायन को 50 बेड, साईं संजीवनी को 35 व स्नेहा हॉस्पिटल को 30 बेड आरक्षित रखकर आइसोलेशन वार्ड बनाकर मरीजों की भर्ती व उपचार की अनुमति दी गई है। इसके अतिरिक्त कुछ और निजी अस्पतालों के सनचलकों ने सम्पर्क करके उपचार के लिए अनुमति की मंशा जाहिर की है, उनके आवेदन मिलने पर टीम द्वारा निरीक्षण करके गाइड लाइन में सही पाए जाने पर अनुमति दे दी जाएगी।
मरीज तय करेंगे निजी या सरकारी अस्पताल में कराएंगे उपचार
डॉ मंडल ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज अपनी स्थितियों के अनुरूप स्वयं तय करेंगे कि उन्हें कोविड हॉस्पिटल में उपचार कराना है या निजी अस्पताल में। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप से बचाव के लिए निजी अस्पतालों में उपचार की अनुमति दी जा रही है।
कन्टेन्टमेंट जोन में लगातार निगरानी
कोरोना नियंत्रण के लिए जिले में सीएमएचओ द्वारा लगातार कोरोना टीकाकरण व जांच में बढ़ोतरी की जा रही है, जिससे समय रहते लोगों को बचाया जा सके। डॉ मंडल ने बताया कि जितने भी क्षेत्रों को कन्टेन्टमेंट जोन घोषित किया गया है, उन क्षेत्रों का दौरा कर कोरोना जांच किया जा रहा है। गत गुरुवार को जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा, नपा अध्यक्ष ऋषि शर्मा, जिला पंचायत सी ई ओ विजय दयाराम, एस पी शलभ कुमार सिन्हा, नपा उपाध्यक्ष जमील खान , एस डी एम विनय कुमार सोनी, डिप्टी कलेक्टर विनय कश्यप, सीएमएचओ डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल, जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ केशव ध्रुव आदि अधिकारियों के साथ कर्मचारियों की टीम ने नगर भ्रमण कर जिले के समस्त कन्टेन्टमेंट ज़ोन का मुआयना किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की जानकारियां भी टीम को अवगत कराई गई, जिससे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में अन्य सम्बन्धित विभागों से मदद मिल सके।