थाना कवर्धा l में दिनंाक 22.11.2020 की रात्रि नाबालिग पीड़िता अपने माता-पिता के साथ थाना आकर रिपोर्ट दर्ज करायी कि कवर्धा सर्किट हाउस के सामने निर्माणाधीन भवन के पास 04 अज्ञात लड़को के द्वारा उसके साथ बलात्कार किया गया है। पीड़िता बालिका की रिपोर्ट पर थाना कवर्धा में अपराध क्रमांक 701/20 धारा 341,342,323,376 डी भादवि एवं 04,06 पाक्सो एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया तथा मामले के संबंध में थाना प्रभारी कवर्धा निरीक्षक मुकेश यादव द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराये जाने पर मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त किया गया। घटनास्थल जाकर मौका मुआयना कर अज्ञात आरोपियों की अतिशीघ्र पतासाजी किये जाने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में जिला इकाई के थाना प्रभारियों एवं अन्य स्टाफ की टीम बनाया गया। गठित टीम द्वारा अलग-अलग पहलुओ में जांच प्रारंभ किया गया। जिसमें आरोपियों के बताये गये हुलिया के अनुसार पतासाजी, मोबाईल नंबर एवं टावर डम्प का तकनीकी विश्लेषण, अज्ञात आरोपियों की स्कैचिंग, घटनास्थल एवं बताये गये ट्रेक का सीसीटीव्ही फुटेज प्राप्त कर विश्लेषण, पूर्व सजायाबो/बदमाशों/संदेहियों की गतिविधियों पर निगरानी करना इत्यादि शामिल रहा। विवेचना क्रम में पीड़िता के साथ आये हुए, पीड़िता के मित्र से पुछताछ करने पर पीड़िता एवं उसके मित्र के द्वारा बताये गये घटनाक्रम में विरोधाभास पाया गया। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर पीडिता के मित्र से और बारिकी से पुछताछ किया गया तथा क्राईम सीन रिक्रियेशन किया गया। पुछताछ पर पीड़िता के मित्र ने प्रकरण में स्वयं की सलिप्तता स्वीकार करते हुए स्वंय के द्वारा पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने तथा पीड़िता के साथ किसी प्रकार अज्ञात 04 लड़को के द्वारा सामुहिक दुष्कर्म नहीं होने की बात बताया। पीड़िता के मित्र ने बताया कि उसके द्वारा ही पीड़िता को पुराने जान-पहचान होने एवं प्रेम-प्रसंग के कारण कॉलेज ग्राउंड में लाकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया गया। देर रात होने एवं पीड़िता के परिवार वालो के भय के कारण पीड़िता ने अपने मित्र को मैं अब घर नहीं जाऊंगी, मॉ बाप मुझं डांट फटकार करेगे तुम मुझे अपने साथ ले चलने की बात कही। तब पीड़िता के मित्र ने पीड़िता को बहला फुसलाकर किसी अज्ञात 04 व्यक्तियों द्वारा पीडिता के साथ बलात्कार करने की योजना बनाया। संपूर्ण घटनाक्रम में मामला दर्ज होने के बाद से ही शलभ कुमार सिन्हा पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देश में गठित टीम निरीक्षक मुकेश यादव, कौशल किशोर वासनिक, मुकेश सोम, कपिल देव चंद्रा, आनंद शुक्ला, अनिल शर्मा, संतराम सोनी एवं उप निरीक्षक नवरत्न कश्यप, सहायक उप निरीक्षक उमा उपाध्याय, रधुवंश पाटिल, चंद्रकांत तिवारी, कौशल साहू, शिवसेवक वर्मा, आशीष सिंह, संदीप चौबे, प्रधान आरक्षक चुम्मन साहू, राजकुमार चंद्रवंशी, मनोज तिवारी, संतोष वर्मा, बालक दास, आरक्षक गज्जू सिंह, आकाश सिंह राजपूत, देवनारायण चंद्रवंशी, राजेश्वर कोसरिया, पवन राजपूत, अरूण बद्येल, शोभा चन्द्रवंशी, अनिल पाण्डेय एवं अन्य स्टाफ के द्वारा लगातार विवेचना कार्यवाही करते हुए मामले को सुलझाने में सफलता प्राप्त की।