कवर्धा | 15 अक्टूबर 2020। बोड़ला विकासखण्ड के सारंगपुरकला ग्राम पंचायत में प्रस्तावित धान चबूतरा निर्माण स्थल का अतिक्रमण हटाने गए राजस्व अमले के सामने अलग परिस्थिति निर्मित हो गई। कार्यवाही के दौरान अतिक्रमण करने वाले व्यक्ति की पत्नी बेहोश हो गई। तहसीलदार द्वारा तत्काल मानवता का परिचय देते हुए अतिक्रमण की कार्यवाही बीच में ही रोककर महिला को बोड़ला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया गया। अब गांव में जिला प्रशासन के इस मानवीय संवेदना की तारीफ हो रही है। ग्राम सरपंच नारद चन्द्रवंशी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही जरूरी है, लेकिन ऐसी परिस्थिति महिला को स्वास्थ्य लाभ भी दिलाना आवश्यक था।
दरअसल ग्राम सारँगपुरकला निवासी अवैध कब्जाधारी संतोष पिता रामावतार यादव द्वारा धान चबूतरा निर्माण स्थल में बाड़ी बनाकर गन्ना फसल बोकर कब्जा किया गया था। धान खरीदी पूर्व धान चबूतरा निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए अतिक्रामक को तीन बार नोटिस पंचायत द्वारा दिया गया था। पहला नोटिस 28 सितम्बर 2020 को कोटवार द्वारा भेजने पर नही लिया गया। दूसरा नोटिस 5 अक्टूबर 2020 को दिया गया। उसको भी वापस कर दिया। तत्पश्चात तीसरा नोटिस 8 अक्टूबर 2020 को दिया गया था। कानून व्यवस्था के लिए उपस्थित रहने तहसीलदार बोड़ला को ज्ञापन दिया गया था। जिसके परिप्रेक्ष्य में बुधवार को 14 अक्टूबर 2020 को पंचायत द्वारा तहसीलदार बोड़ला मनीष वर्मा और चौकी प्रभारी बोड़ला की उपस्थिति में उक्त अतिक्रामक का कब्जा हटाया गया। तत्काल निर्माण की आवश्यकता को देखते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। आगे भी अन्य अतिक्रामको के अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाएगी। आज की इस कार्यवाही के दौरान अतिक्रामक की पत्नी यादव चक्कर आने से बेहोश होने पर प्रशासनिक अमले ने मानवीयता का परिचय देते हुए शासकीय वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ला पहुचाया।महिला अभी स्वस्थ है।