कवर्धा | 12 अक्टूबर 2020। कबीरधाम जिले के पंडरिया विकासखंड के अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिंगपुर, जिसे खेलों की नर्सरी के रूप में जाना जाता है। शाला को खेलों में निरंतर राष्ट्रीय उपलब्धि राज्य उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार, राज्यपाल अवार्ड सहित अनेक अवार्ड मिले है। जिसके पीछे अकादमी के साथ-साथ पाठ्येतर क्षेत्र में बेहतर कार्य भी रहा है। कोविड-19, कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर संचालित “पढ़ई तुहर दुआर“ कार्यक्रम से यह निरंतरता आज भी बनी हुई है।
पंडरिया विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिंगपुर के शिक्षक एल.बी. राजर्षि पांडेय ने बताया कि वर्तमान वैश्विक महामारी के समय आपदा को अवसर में बदलने की चुनौती रही, अतएव ऑनलाइन क्लास मुझे पर्याप्त नहीं लगा। लर्निंग फ्रॉम होम के माध्यम से मोहल्ला कक्षा, लाउडस्पीकर कक्षा की शुरुआत की है परंतु इसमें भी वह वातावरण जो शाला में मिलता वो बच्चों को नहीं दे पा रहा था। इसलिए मोहल्ला कक्षा के अंतर्गत समय-समय पर पाठ्य गतिविधि जैसे स्थानीय खेल फूगड़ी ,बिल्लस, शैक्षिक खेल, गीत, व्यायाम आदि को कराने से बच्चों में रूचि आई, जिससे मोहल्ला कक्षा रोचक होने लगा। राजर्षि पांडेय इसके अतिरिक्त अपनी पदस्थ शाला के आसपास 10 किलोमीटर के क्षेत्र में भी शिक्षकों को प्रेरित कर, उनकी सहायता करने जाता है। ऐसी ही एक शाला दमगढ़ (जुगराटोला) है जहां शत-प्रतिशत बैगा जनजाति के बच्चे हैं, वहां उन्होंने मोहल्ला क्लास लिया, खेलों के माध्यम से व्यायामएवं शैक्षिक खेल गतिविधियों के माध्यम से सिखाने का कार्य निरंतर जारी है। श्री राजर्षि पांडेय अपने कुछ मित्रों, शिक्षकों एवं समुदाय के लोगों के साथ मिलकर एक टीम का गठन करने जा रहे है, जो इसी सप्ताह से आसपास के 5 किलोमीटर के क्षेत्र में मोहल्ला कक्षा के माध्यम से अकादमिक, पाठ्येतर क्षेत्र में कार्य तथा वैश्विक महामारी की रोकथाम सावधानियों के बारे में बताएगी |