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सुपोषण अभियान से जुड़ा वन महोत्सव, कबीरधाम जिले में लगाए गए 50 हजार से अधिक मुनगे के पौधे

 स्कूल, आश्रम, छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्र और स्वास्थ्य केन्द्रों के आसपास खाली भूमि पर 50 हजार से अधिक मुनगे के पौधे लगाएं गए

कवर्धा | 06 जुलाई 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कबीरधाम जिले में वन महोत्सव के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से जोड़ते हुए जिले के सभी स्कूल, आश्रम, छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्र और स्वास्थ्य केन्द्रों के आसपास खाली भूमि पर 50 हजार से अधिक मुनगे के पौधे लगाकर इस अभियान की शुरूआत की गई। राज्य सरकार की कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पनाओं को साकार करते हुए पौधा रोपण के पहले चरण में प्रोटीन, विटामिन और आयरन के मुख्य स्त्रोत मुनगें के पौधे रोपित किए गए। शासन की मंशा के जिले के एक हजार 611 स्कूलो,ं 87 आश्रम छात्रावासों तथा 816 आंगनबाड़ी में प्रति स्थल कम-से-कम 5 मुनगा पौधा का रोपण किया गया है। कवर्धा के होली किंग्डम पब्लिक स्कूल में वन महोत्सव के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय पौधारोपण की शुरूआत की गई।

इस अवसर पर कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक के.एल. ध्रुव, वन मंडल अधिकारी  दिलराज प्रभाकर, सीईओ  विजय दयाराम के., एडीएम  सिंह, आईएफएस  संजय कुमार यादव, एसडीएम कवर्धा  विपुल गुप्ता, विनय सोनी, होली किंग्डम पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर एवं प्राचार्य  थॉमस, अध्यक्ष नगर पालिका ऋषि शर्मा, उपाध्यक्ष नगर पालिका जमील खान,   मोहम्मद अजहर और जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिध  ने मुनगा पौधा तथा अन्य प्रजातियों के पौधे लगाकर वृक्षारोपण किया।

नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने पौधा रोपण करते हुए कहा कि मुख्यमत्री भूपेश बघेल के मंशानुसार पूरे प्रदेश भर में मुनगे के पौधे लगाएं जा रहे है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत प्रदेश को कुपोषण मुक्त राज्य बनाने की पहल की गई है। इस अभियान को मुर्त रूप देने में मुनगा के पौधे का भी महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा। उन्होंने कहा है कि मुनगा के पौधे स्वास्थ्य के दृष्टि से बहुत लाभदायक है। मुनगा और मुनगे की पत्तियों में प्रचुर मात्रा मे विटामिन, प्रोटिन, आयरन और जिंक जैसे मिनरल भी पाएं जाते है।

वन मंडल अधिकारी  दिलराज प्रभाकर ने बताया कि जिले में पौधा रोपण का कार्यक्रम तीन चरणों में होगा। आगामी 11 जुलाई को बारी योजना के अंतर्गत संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के क्षेत्र में आने वाले हितग्राही परिवारों और सदस्यों को विभाग द्वारा तीन हजार किलोग्राम फल तथा तीन सौ किलोग्राम सब्जी के बीच उपलब्ध करवाएं जाएंगे, ताकि इस वर्षा ऋतु में वह लोग अपने घरों की बाड़ियों में इन बीजों को बोकर लाभ प्राप्त कर सकें। उसी प्रकार 20 जुलाई को होने वाले हरेली तिहार के लिए गौठान, आवर्ती चराई क्षेत्र तथा चारागाह में फलदार, छायादार तथा बहुउद्देशीय पौधारोपण की तैयारियां जिला कबीरधाम में जोर शोर से चल रही हैं। जिले के प्रथम चरण में लगभग 50 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया गया है। इसके अलावा विभिन्न प्रजाति के डेढ़ लाख से अधिक पौधे रोपित किया गया।

मुनगा पौधा के अतिरिक्त सतपर्णी, कदम, बादाम,  बरगद, सेमल, महोगनी, मौलश्री, पीपल, रेन ट्री, सिल्वर ओक, काजू, चीकू, अमरूद, शीशम, साल, चंदन, अशोक, आम, कचनार, अमलतास, गुलमोहर, नीम, करंज, अर्जुन, सीताफल, कटहल, साबुन, शीशू ,रक्त चंदन, जामुन, इमली, खम्हार, आंवला, केसिया, पैलटाफॉर्म, बेल,  सिरस, सिंदूर और कुल्लू प्रजातियों के पौधे भी लगाए गए।

वन क्षेत्रों में खाली पड़ी शासकीय और राजस्व भूमियों पर ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए एक लाख सीडबॉल का फैलाव किया गया है। सामुदायिक भूमिया जैसे, श्मशान घाट, कब्रिस्तान, मुक्तिधाम, सामुदायिक भवन आदि पर भी श्रमदान से जनप्रतिनिधियों की  सहभागिता के साथ वृक्षारोपण का कार्य करवाया जा रहा है। राजकीय भूमि जैसे, थाना, अस्पताल, पंचायत भवन, आदि स्थलों पर भी गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में विभिन्न विभागों द्वारा वृहद स्तर पर वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। वन विभाग द्वारा विभागीय वृक्षारोपण कार्य के अंतर्गत अब तक एक लाख 33 हजार 302 पौधों का वृक्षारोपण वन क्षेत्रों में करवा गया है। पौधा प्रदाय योजना में  31 हजार 174 तथा मनरेगा अंतर्गत तैयार निशुल्क पौधे में से अब तक 70 हजार पौधा निशुल्क प्रदाय करवाया जा चुका है। उसी प्रकार वाहन द्वारा घर पहुंच निःशुल्क पौधा प्रदाय योजना के अंतर्गत अब तक वन विभाग द्वारा एक हजार 269 नागरिकों को 11 हजार 558 पौधा वाहन द्वारा घर पहुंचा कर निःशुल्क प्रदाय किया जा चुका है।



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