0 वनांचल मे विभाग की सजगता व गंभीरता से मरीज संख्या घट कर 149
कवर्धा – जिले मे शसन प्रशासन की सजगता से मलेरिया के मरीजो की संख्या मे कमी आई है। पंडरिया विकासखंड के अंतर्गत ग्राम नेउर कांदावानी आगरपानी, अमनिया, सेंदूरखार,तेलियापानी जैसे पंचायत मे मलेरिया के अधिक मरीज पाये जाते थे,इन ग्राम पंचायतो मे विभाग की ओर से कोई ठोस कदम उठाये गये जिसके चलते मलेरिया के मरीजो की संख्या मे कमी आयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी गजभिये के अनुसार गत वर्ष मलेरिया के मरीजो की संख्या 663 थी लेकिन इस वर्ष घटकर 149 तक सीमित हो गयी है।
पहले उचित चिकित्सा व्यवस्था व जागरुकता की कमी के कारण वनांचल क्षेत्रो मे मलेरिया ने पैर पसारे थे लेकिन स्वास्थ्य अमला की सजगता व इस बीमारी के प्रति लोगो मे गंभीरता से मलेरिया के मरीजो की संख्या मे कमी आयी है। वनक्षेत्र मे रहने वाले बीमार लोगो के लिए आपातकालिन वाहन 108 एवं एंबुलेश तथा आवागमन के साधन हो गये है और अब लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति उदासीन नही है इस वजह से बिमारियों मे कुछ हद तक कंट्रोल हुआ है। लोगो के पास स्वयं के साधन है वे जरा भी लापरवाही नही बरतते पहले जमीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने मुख्यालय मे नही रहते साथ ही कई उप स्वास्थ्य केंद्रो मे कर्मचारियो की कमी के कारण दिक्कते आ रही थी।
मलेरिया के मरीज को 108 वाहन के माध्यम से के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे ईलाज के लिए लाया जाता है। मलेरिया प्रभावित गांवो मे घर – घर रक्त पट्टी संग्रहण एवं प्राथमिक चिकित्सा के लिए अभियान चलाया है स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसके चलते गरीब बैगा आदिवासियो को नीम हकिमो एवं निजी चिकित्सालय मे अपनी जेब ढीली नही करनी पड रही है। चंद महिने पहले कर्मचारियों पर ताबडतोड कार्रवाही करने वाले विभाग के आला अधिकारी भी अब अंजान नही है।